पुलिस की डायरी में बदनाम ये गलियां ये चौराहे

गोरखपुर, जो गली, मोड़, चौराहा, सड़क या पार्क आपको सामान्य और सुरक्षित नजर आते हैं, पुलिस के रिकार्ड में वहां जेबकतरों, जुआरियों, मनचलों और कुख्यात अपराधियों के अड्डे हो सकते हैं। आपको भले यहां कभी संदिग्ध व्यक्ति या कोई अवांछित गतिविधि नजर न आई हो, लेकिन पुलिस जब भी यहां पहुंचती है किसी न किसी शातिर को लेकर ही लौटती है। हम बात कर रहे हैं उन ठिकानों की जिसे हर थाने की पुलिस ने बदमाशों की धर-पकड़ दर्शाने के लिए चिह्नित कर रखा है।


कानूनी दांवपेंच की वजह से ऐसा करती है पुलिस


किसी खास स्थान से बदमाश या किसी आरोपित को पकडऩे के पीछे पुलिस की मंशा गलत नहीं होती। दरअसल ऐसा वह कानूनी दांवपेंच और पेचीदगियों की वजह से करती है। सीआरपीसी (दंड प्रक्रिया संहिता) के प्रावधानों के तहत किसी भी व्यक्ति को अभिरक्षा में लेने के बाद पुलिस को 24 घंटे के भीतर उसे मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करना होता है। मगर इतने वक्त में सबूत, गवाह और माल की बरामदगी कर पाना पुलिस के लिए मुश्किल होती है। इसी चुनौती से निपटने के लिए पुलिस, अपने हिसाब से गिरफ्तारी की कहानी गढ़ लेती है। गिरफ्तारी के लिए चिन्हित स्थान इसी कहानी को तैयार और स्थापित करने में मददगार होती है


अक्सर यहां से पकड़े जाते हैं बदमाश


कैंट थाना क्षेत्र के कार्मल रोड, स्टेशन रोड, यातायात तिराहा, सरदार ढाबा, ह्वी पार्क के पास जबकि कोतवाली क्षेत्र के जिला अस्पताल की मोर्चरी के पास, नखास रोड, घोष कंपनी चौराहे पर अक्‍सर गिरफ्तारी हो जाती है। इसी तरह तिवारीपुर क्षेत्र के बसियाडीह, डोमिनगढ़ पुल, सूरजकुंड ओवरब्रिज, माधवपुर बंधा और राजघाट क्षेत्र में हावर्ट बंधा, फलमंडी, नार्मल मैदान, अमरुतानी में अपराधी धर लिए जाते हैं। वहीं शाहपुर क्षेत्र में झरना टोला, स्पोर्ट कालेज रोड, जेल बाईपास रोड पर अक्‍सर अपराधी मिल ही जाते हैं। चिलुआताल क्षेत्र में महुआतर तिराहा, नकहा रेलवे क्रासिंग, फर्टिलाइजर रोड वहीं गोरखनाथ क्षेत्र में दस नंबर बोरिंग, स्प्रिंगर मोड़, इंडस्ट्रीयल एरिया और खोराबार क्षेत्र के रामनगर कडज़हां फोरलेन बाईपास, देवरिया बाईपास तिराहा पर बदमाश मिल जाया करते हैं। जबकि रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के नौकायन केंद्र, काशी राम आवासीय योजना के पास, देवरिया बाइपास रोड, डोमवा ढाला पर अपराधी गिरफ्तार हो जाते हैं


कुछ थानों में इन खास स्थानों से हुई गिरफ्तारी


रामगढ़ ताल पुलिस ने बीते रविवार की रात डोमवा ढाले के पास चोरी की बाइक, गांजा व चाकू के साथ गोली उर्फ भोलू उर्फ बृजेश निषाद तथा जीतेंद्र गुप्त को गिरफ्तार किया था। 21 जनवरी को चोरी के सामान के साथ कल्लू निषाद को गिरफ्तार किया गया था। चिलुआताल पुलिस ने मोहरीपुर के पास से 11 जनवरी को बाइक चोरी के आरोप में आशीष व गोविंद को पकड़ा। मोहरीपुर के पास से ही 28 जनवरी को चोरी के मोबाइल फोन के साथ राजकुमार व प्रतीक को गिरफ्तार किया था। कैंट पुलिस ने 13 जनवरी को कार्मल रोड से छेड़खानी के नाबालिग आरोपित को गिरफ्तार किया। चोरी के मामले में वांछित चल रहे कल्लू को कार्मल रोड से ही तीन फरवरी को गिरफ्तार किया गया था। खोराबार पुलिस ने नाबालिग को अगवा करने के आरोप में फरार चल रहे राजकेश को 29 जनवरी को रामनगर कडज़हां के पास से गिरफ्तार किया। यहीं से 14 फरवरी को चोरी के मामले में वांछित आरोपित की भी गिरफ्तारी दिखाई गई थी।


घटनाक्रम में किसी तरह का हेर-फेर नहीं होता


इस संबंध में एसएसपी डा. सुनील गुप्‍त का कहना है कि अभियुक्तों की गिरफ्तारी में कानून का पालन किया जाता है। घटनाक्रम में किसी तरह का हेरफेर नहीं किया जाता है।